यमराज की परेशानी
कल सपने में यमराज जी आए
मुख पर उदासी, मलिन वेशभूषा
निवेदन किया तो उन्होंने बताया
' टारगेट ने है मुझको सताया '
बस इसीलिए डर है, त्रिनेत्रधारी के कोप का।
मैंने करबद्ध मुद्रा में कहा
प्रभु ,
इन दिनों दुर्घटनाओं और आपदाओं के कारण
प्राणी नित ही काल कवलित हो रहे हैं
फिर आप किस बात से डर रहे हैं।
वे बोले, यही तो हम भी कहते हैं
पर दिगम्बर हमारी कहां सुनते हैं
फिर से टारगेट बढ़ा देते हैं।
मैंने पुन: जिज्ञासा प्रकट की
प्रभु, तो आप कैसे पूरा करेंगे,
बोले बस यही प्रार्थना करूंगा कि
मानव को थोड़ी और सद् बुद्धि आ जाए
बस इतना करे कि
दुपहिया दौड़ाते समय,
ट्रैफिक को पछाड़ते समय,
मोबइल पर बतियाते समय
बस इतना और किया करें....
कि दोनों हाथ सिर पर धर लिया करें
फिर त्रिलोकीनाथ
कितना ही टारगेट बढ़ाएं
बस रोज ही पूरा पाएं
Saturday, September 12, 2009
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